वाल्ट डिज्नी ( मिकी माउस और डिज्नी लैंड को बनाने वाले की कहानी)

वॉल्ट डिज्नी (मिकी माउस और डिज्नीलैंड को बनाने वाले की कहानी)


वाल्ट डिज्नी को पूरी दुनिया जानती है। वे स्वयं को 'वाल्ट' के संबोधन से पुकारा जाता है। वे जहाँ 'मिकी माउस' के जनक थे, वहीं डिज्नी लैंड नामक जादुई सम्राज्य की स्थापना की थी। उन्होंने लाखों लोगों के दिल में इस विश्वास को दृढ़ किया कि सपने को साकार करना मुमकिन है। वाल्ट डिज्नी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। बीसवीं सदी के आरंभ में अपने जन्म से लेकर सन 1966 में अपनी मृत्यु तक की अवधि में वाल्ट डिज्नी ने अमेरिकी जीवन के विविध पहलुओं को अन्य व्यक्तियों की अपेक्षा सबसे ज्यादा प्रभावित किया।

        वाल्टर इलियस डिज्नी का जन्म 5 दिसंबर, 1901 को शिकागो में हुआ। हार्डशिप वर्ग के प्रतिनिधि इलियस और फ्लोरा  डिज्नी की वे चौथी संतान थे। सन् 1906 में डिज्नी परिवार शिकागो को छोड़कर मर्सलीन में जाकर बस गए। स्कूल की पढ़ाई में वाल्ट ने कभी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। कक्षा में वे चित्र बनाने में मग्न रहते थे। 

         परिवार के कुछ सदस्यों ने चित्रांकन के प्रति दिलचस्पी को प्रोत्साहन किया था। फिर प्रथम विश्वयुद्ध छिड़ गया था और 16 वर्षीय वाल्ट ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाकर अपनी उम्र बढ़ा ली थी, ताकि नौकरी मिल सके। अपनी कलात्मक प्रतिभा और हॉलीवुड में कामयाबी हासिल करने का सपना आंखों में लेकर वाल्ट ने सन् 1923 में पश्चिम की तरफ रवाना होने का फैसला किया और कैलिफोर्निया में अपने भाई राय के पास पहुंच गए । दोनों भाइयों ने मिलकर प्रथम डिज्नी स्टूडियो की स्थापना की । सन् 1928 में वाल्ट ने प्रथम ध्वनि युक्त कार्टून फिल्म ' स्टीम वोट विली' प्रदर्शित की। इसमें मिकी माउस को प्रमुख किरदार के रूप में पेश किया गया, जो बाद में संस्कृति प्रतीक बन गया। मिकी माउस पहला एनिमेटेड किरदार था, जिसके आधार पर विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया गया। इस तरह के निर्माण के अधिकार को बेचने के लिए डिज्नी स्टूडियो ने जिस तरह के मापदंडों का निर्धारण किया, उनका अनुकरण आज भी तमाम मीडिया प्रोडक्शन कंपनियां करती है। सन् 1930 तक लाखों बच्चे मिकी माउस क्लब के सदस्य बन चुके थे और मिकी माउस आधारित सैकड़ों उत्पादों की बिक्री होने लगी थी। स्टूडियो ने जहां मिकी श्रृंखला का निर्माण जारी रखा, वहीं सिली सिंफ़नीज नामक नई श्रृंखला का निर्माण शुरू किया, जो संगीत से प्रेरित 'नानलेइनियर एनिमेशन फिल्में' थी। सन् 1934 में सिली सिंफनी श्रृंखला की फिल्म लिटिल पिग्स को ऑस्कर पुरस्कार मिला। जुलाई 1955 में ' डिजनीलैंड' का उदघाटन किया गया। उदघाटन कार्यक्रम को टीवी पर नौ करोड़ दर्शकों ने देखा। पहले साल डिज्नी लैंड 50 लाख लोगों को आकर्षित करने में सफल रहा और परवर्ती थीम पार्क के निर्माण के लिए माडल बन गया।  

           एक खास किस्म की प्रोद्योगिकी काफ़ी लोकप्रिय हो गई, जिसे ' ऑडियो एनिमेट्रोनिक्' के नाम से जाना गया। पशु, मानव एवं वस्तुओं की आकृतियों के साथ जब इसका प्रयोग किया जाता था तो निर्जीव आकृतियां चलती - फिरती और बोलती हुईं नजर आती थी। सन् 1964-65 में न्यूयॉर्क वर्ल्ड फेयर के लिए जब तीन निगमों और एक राज्य सरकार ने पैवेलियन का निर्माण करवाने के लिए वाल्ट के साथ अनुबंध किया, तब वाल्ट ने पाया कि ' ऑडियो एनिमेट्रोनिकस ' की संभावनाओं को परिवर्धित करने और उनका विस्तार करने का अवसर उन्हें मिल गया था। वर्ल्ड फेयर के साथ चार आकर्षक झाकियां बनाई गई - ' it's a small world', ' premewal world', great moments with mister Linkin' aur progress land, बाद में इन्हें 'डिजनीलैंड ' में प्रदर्शित किया गया। ऑडियो एनिमेट्रोनिक्स का प्रयोग धीरे- धीरे विश्व के दूसरे हिस्सों में भी होने लगा और फिल्मों के स्पेशल इफेक्ट्स के लिए भी इनका प्रयोग होने लगा। सन् 1965 तक 5 करोड़ लोग ' डिज्नी लैंड' की सैर कर चुके थे और वाल्ट अपने भाई राय के साथ फ्लोरिया में दूसरे मनोरंजन पार्क का निर्माण कर रहे थे। इस  पार्क में एक प्रयोग्धर्मी नगर बसाया गया था और ऐसी प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित किया गया था, जो आनेवाले समय में मानव समाज के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होने वाली थीं।                           स्टूडियो की तरफ से लाइव एक्शन फिल्मों का निर्माण बदस्तूर जारी था। वाल्ट के नेतृत्व में इस श्रृंखला की कुल 48 फिल्मों का निर्माण किया गया। लेकिन सन् 1966 में वाल्ट बीमार हो गए और पता चला कि उनके फेफड़े में कैंसर हो गया था। कुछ दिनों बाद ही उनका देहांत हो गया और कैलिफोर्निया में उनकी अंत्येष्टि की गई। उनके भाई राय ने फ्लोरिडा के पार्क का नाम वाल्ट की याद में ' वाल्ट डिज्नी वर्ल्ड' रखा और सन् 1971 में अपने देहांत से कुछ दिन पहले ही इसका उदघाटन किया।                                                                           इस पुस्तक में वाल्ट डिज्नी के जीवन का चित्रण करते हुए इस बात की पड़ताल की गई कि किस तरह उन्होंने मनोरंजन जगत, शिक्षा क्षेत्र और इतिहास को प्रभावित किया तथा आनेवाली पीढ़ियों के लिए प्रेरक आदर्श बन गए।Smart knowledge bank


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